द्वारका दर्शन Submarine: गुजरात सरकार की भीतर Submarine उतारने की तैयारी!
अब दिखेगी सोने की डूबी हुई नगरी! गुजरात सरकार
की द्वारका के समुद्र में 300 फीट अंदर
पनडुब्बी उतारने की तैयारी
डूबी हुई द्वारका नगरी देखने की आपकी इच्छा पूरी होने वाली
है। दरअसल, गुजरात सरकार अरब
सागर में 'यात्री पनडुब्बी' उतारने जा रही
है। इसके लिए राज्य पर्यटन विभाग और भारत सरकार की कंपनी मझगांव डॉक शिपयार्ड के
बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये हैं.
आपने भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा, वृन्दावन समेत
पूरा ब्रज मंडल तो देखा होगा, लेकिन अभी तक आपने केवल भगवान कृष्ण द्वारा बसाई गई
द्वारिका नगरी के बारे में ही सुना है। वास्तव में कोई नहीं जानता कि द्वारका से
पहले सोने का शहर कैसा दिखता था। ऐसा माना जाता है कि भगवान का बसाया हुआ यह शहर
समुद्र में डूब गया था।
हालाँकि, डूबी हुई द्वारका नगरी को देखने की आपकी इच्छा जल्द ही पूरी
होने वाली है। दरअसल, गुजरात सरकार अरब
सागर में 'यात्री पनडुब्बी' उतारने जा रही
है। इसके लिए राज्य पर्यटन विभाग और भारत सरकार की कंपनी मझगांव डॉक शिपयार्ड के
बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये हैं.
Terminal for India's first bullet train!
— Ashwini Vaishnaw (मोदी का परिवार) (@AshwiniVaishnaw) December 7, 2023
📍Sabarmati multimodal transport hub, Ahmedabad pic.twitter.com/HGeoBETz9x
सांस्कृतिक एवं धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना
द्वारका के जल में पनडुब्बियां उतारी जाएंगी. 'पैसेंजर सबमरीन' को लेकर लोगों
में काफी उत्साह है. लोगों का कहना है कि वे इस सेवा का बेसब्री से इंतजार कर रहे
हैं. आपको बता दें कि केंद्र सरकार देश में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को
बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही है। 'यात्री' पनडुब्बी का
परिचालन द्वारका कॉरिडोर का हिस्सा है.
Update on Dwarka Submarine Tourism
— The Index of Gujarat (@IndexofGujarat) December 25, 2023
🔸Builder : Mazagaon Dock
🔸Seating : 24 tourist + 2 pilot + 2 diver + 1 guide + 1 technician
🔸Capacity : 300 foot deep
🔸Weight : 35 tonne
🔸Operational by next Janmashtami or Diwali
Official Announcement in Vibrant Gujarat Summit. pic.twitter.com/XnHggALxT9
इस 'यात्री पनडुब्बी' का किराया अभी तय नहीं हुआ है लेकिन यह थोड़ी महंगी हो सकती है। कहा जा रहा है कि गुजरात सरकार आम लोगों के लिए कुछ सब्सिडी दे सकती है.
क्या होगी यात्री पनडुब्बी की खासियत?
एक पूर्ण एसी पनडुब्बी का वजन 35 टन होगा
इसमें एक बार में 30 लोग बैठ सकते हैं।
इसमें दो ड्राइवर, एक गाइड और एक तकनीशियन भी रहेंगे।
पनडुब्बी में पानी के नीचे का दृश्य प्रदान करने के लिए सभी तरफ खिड़की दर्पण शीट होंगी।
पनडुब्बी के अंदर ऑक्सीजन मास्क और फेस मास्क होंगे।
पनडुब्बी में बैठकर आप समुद्र के अंदर जानवरों और अन्य गतिविधियों को देख सकेंगे।
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यह सेवा कब शुरू होगी?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस 'यात्री पनडुब्बी' का संचालन मझगांव डॉक से ही किया जाएगा। समुद्र में जाने के लिए जेटी भी तैयार की जाएगी, यहां से यात्री पनडुब्बी में सवार हो सकेंगे. यह सेवा जन्माष्टमी या दिवाली से शुरू की जा सकती है. पनडुब्बी यात्रियों को लेकर समुद्र में 300 फीट नीचे उतरेगी. इस यात्रा में दो घंटे लगेंगे. इस धार्मिक पर्यटन की घोषणा वाइब्रेंट गुजरात समिट में की जाएगी.