तुलसी का सेवन करने से होते हैं अनगिनत फायदे : इतने सारे रोग सीधे तौर पर बंद हो जाएंगे
भारतीय हिंदू धर्म में तुलसी की पूजा की जाती है। आयुर्वेद में भी तुलसी का उल्लेख है क्योंकि इसके सेवन से असंख्य लाभ होते हैं। सुश्रुत संहिता और चरक संहिता में भी तुलसी को गुणकारी कहा गया है।
गुणकारी तुलसी
औषधीय उपयोग के लिए तुलसी के पत्तों को फायदेमंद माना जाता है। तुलसी के बीज भी फायदेमंद होते हैं। तुलसी के पत्तों के सेवन से कफ वायु दोष दूर होता है। पाचन शक्ति और भूख को बढ़ाता है और रक्त को शुद्ध करता है।
इसके अलावा तुलसी के पत्ते बुखार, हृदय रोग, पेट दर्द, मलेरिया और जीवाणु संक्रमण में लाभकारी होते हैं। तुलसी- तुलसी दो प्रकार की होती है राम और श्याम जिसमें राम तुलसी को महत्व दिया गया है।
दिमाग के लिए फायदेमंद
तुलसी दिमाग के लिए फायदेमंद होती है। इसके नियमित सेवन से दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ती है और याददाश्त तेज होती है। इसलिए नियमित रूप से तुलसी के चार-पांच पत्ते पानी के साथ निगल लें।
सिरदर्द से राहत
तनाव सिरदर्द आम हैं। ऐसे में तुलसी के तेल की एक-दो बूंद नाक में डालने से आराम मिलता है। सिर के बालों की जुओं को करता है नष्ट अगर बालों में जुओं की समस्या हो तो तुलसी के तेल को बालों में लगाने से आराम मिलता है।
रतौंधी में लाभकारी
बहुत से लोग रतौंधी से पीड़ित होते हैं। संध्या के बाद दृष्टि कमजोर हो जाती है। ऐसे में तुलसी के पत्ते के रस की दो-तीन बूंद आंखों में डालने से लाभ होता है।
साइनस
तुलसी के पत्तों का सेवन करने से साइनस की समस्या दूर होती है।
कान में सूजन और दर्द
तुलसी के पत्ते कान की सूजन और दर्द से राहत दिलाते हैं। तुलसी के पत्तों का रस निकालकर गर्म गर्म करके कुछ बूंदे कान में डालने से आराम मिलता है।
दांत दर्द में लाभकारी
तुलसी के पत्ते दांत दर्द से राहत दिलाते हैं। काली मिर्च और तुलसी के पत्तों की गोली बनाकर दांतों के नीचे रखने से लाभ होता है।
गले से संबंधित परेशानी
सर्दी-खांसी और मौसम में बदलाव के कारण घुटन, जुकाम, खांसी जैसी आम समस्याएं हो जाती हैं। तुलसी के रस को गर्म पानी में मिलाकर कुल्ला करने से आराम मिलता है। साथ ही तुलसी के रस में हल्दी, सिंधव और जल मिलाकर गरारे करने से भी लाभ होता है।
पेशाब की जलन को दूर करता है
एक ग्राम पिसी हुई तुलसी और जीरा लें और उसमें तीन ग्राम मिश्री मिलाकर सुबह-शाम दूध के साथ लें।
सूखी खांसी और दमा
तुलसी के पत्ते दमा के रोगियों और सूखी खांसी से राहत दिलाते हैं। तुलसी के पत्ते, अदरक, प्याज का रस और शहद मिलाकर चाट लें।
खट्टी डकार
खराब पाचन या अपच की स्थिति में तुलसी का दो ग्राम मंजारा पिसे हुए काले नमक के साथ दिन में तीन से चार बार लें।
पथरी निकालने में लाभदायक
पथरी की समस्या में तुलसी का सेवन करने से फायदा होता है। एक-दो ग्राम तुलसी के पत्तों को पीसकर शहद में मिलाकर खाएं। हालांकि, सिर्फ इसी भरोसे न रहें और डॉक्टर की सलाह से ही इसका सेवन करें।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
20 ग्राम तुलसी के बीज के चूर्ण में 40 ग्राम मिश्री वटी मिला लें। एक ग्राम की खुराक के नियमित सेवन से कमजोरी दूर होती है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
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मलेरिया
मलेरिया में तुलसी के पत्तों का रस निकालकर सुबह, दोपहर और शाम पीने से मलेरिया में लाभ होता है।